खेती किसानी से जुड़े महिलाएं,बने आत्मनिर्भर - सीडीओ
जौनपुर। कृषि विज्ञान केन्द्र बख्शा परिसर में चार दिवसीय विराट किसान मेले का आयोजन कृषि विभाग की ओर से किया गया । कार्यक्रम के पहले दिन कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि पूर्व विधायक सुरेंद्र सिंह, अध्यक्ष सीडीओ साईं तेजा सीलम, विशिष्ट अतिथि डीसीएफ चेयरमैन धन्नजय सिंह के द्वारा फीता काटकर व दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया ।
अतिथियों द्वारा उन्नति खेती, जैविक खेती, प्राकृतिक खेती के प्रति किसानों को प्रोत्साहित किया गया । कार्यक्रम की रुपरेखा व उद्देश्य पर उप कृषि निदेशक हिमांशु पाण्डेय के द्वारा विस्तार से बताया गया, तथा अतिथियों को बुके , अंगवस्त्रम, स्मृति चिन्ह प्रदान कर स्वागत किया गया । कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए सीडीओ साई तेजा सीलम ने कहा कि प्राकृतिक खेती, पशुपालन , मत्स्य पालन, फूलों की खेती, मशालों की खेती, मशरुम की खेती आदि को अपनाकर किसान अपनी आय में वृद्धि कर सकते हैं, ।महिलाओं को भी खेती किसानी में अपना योगदान सुनिश्चित करना होगा तभी देश व प्रदेश का विकास हो सकता है, देश की आधी आबादी महिलाओं की है इनके आत्मनिर्भर होने से ही सशक्त राष्ट्र की परिकल्पना साकार हो पायेगी । कार्यक्रम का संचालन डिप्टी पीडी आत्मा डा.रमेश चन्द्र यादव ने किया । इस मौके पर पूर्व ब्लाक प्रमुख राना सिंह, वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक डा. सुरेश कन्नौजिया, जिला उद्यान अधिकारी सीमा सिंह राणा,एडीओ सहकारिता ब्रम्हदेव सिंह सहित प्रगतिशील किसानों ने अपने अनुभव साझा किया ।
आम्बेडकर नगर से आई प्रतिमा यादव के साथ ही सांस्कृतिक दल की सदस्य रंजना गुप्ता, सालू शर्मा, पायल यादव ने एक से एक बढ़कर खेती किसानी गीतों की प्रस्तुति देकर शमां बांध दिया।
खेतवा में सोहे किसान हो, जब लहरै सिवनवां ।
तोहरो बलम कप्तान हो, सखी हमरौ किसान बा ।
जेठ बईसखवा में लागे खूब घामवा, उघारे देहिया जाला रे किसनवा । गीत की प्रस्तुति दी तो हजारों की संख्या में जुटे महिला, पुरुष किसान झूमने पर मजबूर हो गये ।
इस मौके पर , जिला कृषि अधिकारी विनय सिंह, डा. सुरेंद्र सोनकर, शिवानन्द मौर्या, तेजबल प्रताप सिंह, देवराज पांडेय,अमित मिश्रा, अरविंद विश्वकर्मा, अशोक, आदि मौजूद रहे ।