उर्वरक के मूल्यों एवं कालाबाजारी पर रहेगा पूर्ण नियंत्रण - डीएओ
जौनपुर। जनपद में उर्वरक मूल्य पर नियंत्रण एवं कालाबाजारी को रोकने के लिए जिलाधिकारी द्वारा विकास खंडवार सहकारिता एवं कृषि विभाग के अधिकारियों की संयुक्त टीम गठित की गई है, जो निरंतर भ्रमणशील रहकर समस्त उर्वरक बिक्री प्रतिष्ठानों का निरीक्षण करेगी साथ ही साथ जनपद स्तर पर कंट्रोल नम्बर 6390400065 जारी किया गया ,जिस पर उर्वरक से संबंधित शिकायतों को दर्ज किया जायेगा और तत्काल निस्तारण भी किया जायेगा ।
रबी अभियान के दौरान जनपद के कृषकों को निर्धारित मूल्य पर गुणवत्तायुक्त उर्वरक उपलब्ध कराने के दृष्टिगत जिला कृषि अधिकारी केके सिंह द्वारा गौराबादशाहपुर में स्थित समस्त सरकारी एवं निजी उर्वरक बिक्री केंद्रों का औचक निरीक्षण किया गया । निरीक्षण के दौरान बिक्री प्रतिष्ठानों के स्टाक एवं बिक्री रजिस्टर की जांच के साथ साथ भौतिक रुप में उपलब्ध स्टाक का पीओएस मशीन में उपलब्ध स्टाक से सत्यापन भी किया गया ।
जिला कृषि अधिकारी द्वारा सभी उर्वरक विक्रेताओं को चेतावनी भी दी गई कि, बिक्री प्रतिष्ठानों पर अनिवार्य रुप से स्टाक एवं रेट बोर्ड लगाया जाय ताकि कृषकों को उर्वरक के मूल्य की जानकारी प्राप्त हो सके।
साधन सहकारी समितियों के निरीक्षण में पाया गया कि एक सप्ताह पूर्व सभी साधन समितियों पर डीएपी भेजी गई थी,जिसका वितरण समितियों द्वारा कर दिया गया है । निरीक्षण के दौरान स्थानीय कृषकों से भी वार्ता की गई कृषकों के द्वारा बताया गया कि धान की फसल की कटाई अभी दस दिन बिलम्ब से होगी अतः अभी डीएपी की बहुत अधिक मांग नहीं है। परन्तु बड़े कृषकों में डीएपी की मांग है, उर्वरक मूल्य को लेकर कृषक संतुष्ट हैं, कृषकों का कहना है कि पांच से लेकर दस रुपए प्रति बोरी डीएपी उन्हें मंहगी मिलती है जिसे विक्रेता यह कहकर देता है कि रैक प्वाइंट से अधिक दूरी होने से प्रति बोरी अतिरिक्त खर्च व्यय करना पड़ता है । जिससे कृषकों को कोई दिक्कत नहीं है और वह भुगतान कर डीएपी प्राप्त करता है ।